Haryana: देशद्रोह की आंच पहुंची कैंपस तक, अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर पर बड़ा आरोप

Haryana: अशोका यूनिवर्सिटी के एसोसिएट प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद को सेना के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में पुलिस ने दो दिन की रिमांड पर लिया है। प्रोफेसर से लगातार पूछताछ की जा रही है। पुलिस उन्हें यूनिवर्सिटी के अलावा दिल्ली के कई ठिकानों पर भी लेकर गई जहां तलाशी की गई। इस दौरान पुलिस ने उनका मोबाइल और लैपटॉप ज़ब्त कर लिया है। अब उन्हें लखनऊ स्थित उनके घर भी ले जाया जाएगा और मंगलवार दोपहर 2 बजे दोबारा कोर्ट में पेश किया जाएगा।
कोर्ट में बोले – गलत मंशा नहीं थी
सोमवार रात सुनवाई के दौरान प्रोफेसर अली खान ने कोर्ट में दलील दी कि उन्होंने जानबूझकर कोई गलत बात नहीं लिखी। वह यूनिवर्सिटी में इंटरनेशनल रिलेशंस पढ़ाते हैं और उस पोस्ट को भी उन्होंने उसी भावना से लिखा था। उन्होंने कहा कि उनका इरादा किसी धर्म या समुदाय को ठेस पहुंचाने का नहीं था। उनका यह भी कहना था कि उनकी मां हिंदू हैं और वह सभी धर्मों का सम्मान करते हैं। इसके बावजूद कोर्ट ने मामले की गंभीरता को देखते हुए उन्हें दो दिन की रिमांड पर भेज दिया है।
पोस्ट किया और विवाद बढ़ने पर डिलीट किया
पुलिस पूछताछ के दौरान प्रोफेसर ने स्वीकार किया कि उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर वह पोस्ट किया था लेकिन विवाद बढ़ने पर उसे हटा लिया। पुलिस को शक है कि पोस्ट डिलीट करने के बाद भी कुछ डिजिटल साक्ष्य बच सकते हैं इसलिए मोबाइल और लैपटॉप को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा। इससे यह पता चलेगा कि पोस्ट के समय या बाद में प्रोफेसर किन लोगों के संपर्क में थे और क्या उनके डिवाइस में कोई और आपत्तिजनक सामग्री है। हालांकि, अब तक की जांच में मोबाइल और लैपटॉप में कोई स्पष्ट आपत्तिजनक चीज नहीं मिली है।
सरकारी वकील ने कहा – अभी और खुलासे होंगे
सरकारी वकील अनुज मलिक ने बताया कि पुलिस ने कोर्ट में सबूत पेश किए थे जिनके आधार पर प्रोफेसर को दो दिन की रिमांड दी गई। कोर्ट ने यह भी कहा है कि अगर जरूरत पड़ी तो रिमांड बढ़ाई जा सकती है। पुलिस ने अशोका यूनिवर्सिटी और दिल्ली के स्थानों पर प्रोफेसर की तलाशी ली है और अब लखनऊ स्थित उनके घर से भी साक्ष्य इकट्ठा किए जाएंगे। फिलहाल पूछताछ जारी है और जो भी नए तथ्य सामने आएंगे उन्हें अदालत के सामने पेश किया जाएगा।